Evolution of Business: विकास के सिद्धांत का एक अनोखा सफ़र

Evolution of business और एक व्‍यापारी का जीवन, समांतर चलने वाले पहलू है।

इसे आप इस प्रकार से समझ सकते है-

मानव सभ्‍यता लगातार विकसित होती जा रही है।

इसका कारण यह है कि विश्‍व का हर इंसान, हर समाज, हर देश विकास करना चाहता है और विकास करता जा रहा है।

आपने मानव सभ्‍यता के विकास के कारणों के बारे में कई बार सुना होगा या आप मानते है कि मानव सभ्‍यता के विकास के पिछे कुछ कारण है, लेकिन इस सभ्‍यता के विकास का सबसे सही और बड़ा कारण निजी क्षेत्र (private sector) है।

Introduction

निजी क्षेत्र के विकास के कारण ही मानव सभ्‍यता इतनी आधुनिक और विकसित हो पाई है।

आधुनिकता या विकास को निजी क्षेत्र जैसे कम्‍पनियों या निजी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुए निवेश ने ही संभव बनाया है।

वैज्ञानिक खोजों से भी हमारी दुनिया विकसित हुई है, ऐसा माना जा सकता है।

लेकिन फिर भी वैज्ञानिक खोजों के उत्‍पादों को घर-घर या सामान्‍य जन तक पहुंचाने का कार्य तो कम्‍पनियों ने ही करके दिखाया है।

कम्‍पनियां और विकास एक-दूसरे से जुड़े हुए है।

अगर आपको मानव सभ्‍यता के विकास के बारे में जानना है तो कम्‍पनियों के बारे में जानो, यह आपको आधुनिक विकास के एक अलग ही रुप से परिचित करायेगीं।

और अगर आपको कम्‍पनियों के बारे में जानना है तो मानव सभ्‍यता के विकास के बारे में जानो, मानव सभ्‍यता का विकास आपको दुनिया में फैली हुई कम्‍पनियों के एक अलग ही रुप से परिचित करायेगा।

तो, कम्‍पनियां और विकास एक-दूसरे से जुड़े हुए है और साथ एक-दूसरे पर निर्भर भी है।

इसलिए अगर आप व्‍यापार करना चाहते है, स्‍टार्टअप शुरु करना चाहते है या कम्‍पनी खड़ी करना चाहते है तो evolution of business को समझना होगा।

निजी क्षेत्र का महत्‍व, निजी क्षेत्र में निवेश का महत्‍व, निजी क्षेत्र में विकास के कारण, कम्‍पनियों और विकास का एक-दूसरे के साथ सम्‍बंध, निर्भरता और महत्‍व को समझने से आप एक सफल कम्‍पनी खड़ी करने के सही और महत्‍वपूर्ण रास्‍ते से परिचित होंगे।

evolution of business

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Image Explain

मानव सभ्‍यता के विकास की यात्रा को अगर किसी एक शब्‍द से परिभाषित किया जा सकता है तो वह शब्‍द है- Evolution.

यह मानव द्वारा, मानव सभ्‍यता के विषय में दिया गया सबसे महत्‍वपूर्ण और क्रांतिकारी सिद्धांत है।

इस सिद्धांत के द्वारा मानव विकास की यात्रा को समझा जा सकता है।

मानव विकास को परिभाषित करने के लिए और भी दूसरे विचार या सिद्धांत दिए गए है जैसे- ancient alien theory या इंसानो के मंगल ग्रह से आने की theory.

लेकिन मानव सभ्‍यता या दूसरी किसी भी जांति-प्रजाति के विकास के विषय में दी गई evolution theory, दूसरी किसी भी theory से अधिक सटिक, सही और स्‍पष्‍ट है।

इसलिए चित्र में theory of evolution को आधुनिकता तक पहुंचने के रुप में दर्शाया गया है।

धरती पर मानव सभ्‍यता के साथ ही अन्‍य प्रजातियों पर भी विकास के सिद्धांत का प्रभाव हुआ है, लेकिन यह प्रभाव मानव सभ्‍यता पर सबसे अधिक हुआ है।

जो यह दर्शाता है कि हम दूसरी प्रजातियों के साथ ही ना सिर्फ अस्तित्‍व में बने रहे बल्कि किसी भी दूसरी प्रजाति की तुलना में आधुनिक भी हुए है।

साथ ही चित्र का आखरी छोर यह भी दर्शाता है कि मानव सभ्‍यता ने कितने आधुनिक उपकरण विकसित किए है और जो evolution of business के बिना संभव नही था।

What is Evolution

विकास के सिद्धांत को Charles Darwin ने प्र‍स्‍तुत किया था, जो कि एक प्रकृतिवादी (naturalist) और भूविज्ञानी (geologist) थे।

Charles Darwin ने विकास के सिद्धांत को सन् 1859 में The Origin of Species नामक किताब में प्रस्‍तुत किया था।

विकास का सिद्धांत, क्रम-विकास की प्रक्रिया है। अगर संक्षेप में कहा जाए तो यह किसी प्रजाति के लक्षणों या अनुवांशिक लक्षणों का पीढ़ी-दर-पीढ़ी परिवर्तन है।

Evolution of Business

भले ही किसी को ऊपर समझाई गई विकास के सिद्धांत की परिभाषा समझ ना आई हो, लेकिन सभी को evolution of business की परिभाषा जरुर समझ आएगी।

विकास का सिद्धांत, क्रम-विकास की प्रक्रिया है, वैसे ही evolution of business का सिद्धांत भी क्रम-विकास की प्रक्रिया है।

मतलब कि जैसे आज का विकास, एक दिन में या कुछ सालों के समय से नही हुआ है वैसे ही आज की आधुनिकता, वैश्विकरण या कम्‍पनियों का विकसित होना एक दिन या कुछ सालों के व्‍यापार से नही हुआ है।

क्रम-विकास निरंतर, लम्‍बे समय से और कभी ना रुकने वाली प्रक्रिया है।

और जैसे किसी प्रजाति के लक्षणों या अनुवांशिक लक्षणों का पीढ़ी-दर-पीढ़ी परिवर्तन ही विकास का सिद्धांत है वैसे ही किसी व्‍यापारिक क्षेत्र या कम्‍पनी की तकनीक या विशेषताओं का अन्‍य व्‍यापारिक क्षेत्र या एक के बाद एक कम्‍पनी तक पहुंचना ही evolution of business का सिद्धांत है।

तो, यह किसी कम्‍पनी के लक्षणों (जैसे- उत्‍पाद, तकनीक, विशेषता या आधुनिकता) का समय के साथ परिवर्तन है।

For Example

उत्‍पाद- 5G तकनीक के कारण मोबाईल फोन बनाने वाली कम्‍पनियों को भी 5G तकनीक को support करने वाले मोबाईल फोन विकसित करने पड़े।

तकनीक- 5G तकनीक को support करने वाले मोबाईल फोन विकसित करने के लिए कम्‍पनियों को अपनी पुरानी तकनीक को भी विकसित करना पड़ा।

विशेषता- जो कम्‍पनी 5G तकनीक को support करने वाले मोबाईल फोन विकसित कर चुकी थी, उसके उत्‍पादो की बिक्री 5G नेटवर्क के आने के बाद अधिक हुई, उनकी तुलना में जो कम्‍पनियां अभी भी पुरानी तकनीक के मोबाईल फोन का उत्‍पादन कर रही थी।

आधुनिकता- एक 5G नेटवर्क की शुरुआत हुई तो मोबाईल फोन भी 5G नेटवर्क को support करने वाले बनाए जाने लगे, और जब एक कम्‍पनी के मोबाईल फोन की बिक्री अधिक होने लगी तो दूसरी कम्‍पनियां भी 5G नेटवर्क को support करने वाले मोबाईल फोन का उत्‍पाद करने लगी।

होने वाले लाभ के एक-दूसरे पर निर्भरता के कारण इस क्षेत्र की सभी कम्‍पनियों को यह क्रम अपनाना पड़ा और देखा जाए तो यह एक बड़ा परिवर्तन था।

साथ ही जिस कम्‍पनी ने इस क्रम या परिवर्तन को नही अपनाया है वह आज भी पिछड़ी हुई है।

इस तरह evolution of business के सिद्धांत को समझा जा सकता है। साथ ही इसके कई उदाहरण भी देखे जा सकते है।

Importance of Evolution of Business

कम्‍पनियों, उत्‍पादों या उपयोग की जाने वाली तकनीक में evolution of business, समय, बाजार, ग्राहक और आधुनिक होने की मांग है।

इसलिए इसका महत्‍व है और इस महत्‍व को स्‍टार्टअप शुरु करने वालो या किसी कम्‍पनी को संचालित करने वालो को समझना चाहिए।

समय- जो कम्‍पनियां समय के साथ विकसित नही होती है या अपनी तकनीक या उत्‍पादों को विकसित नही करती है, वह अन्‍य कम्‍पनियों की तुलना में पीछे रह जाती है।

बाजार- बाजार हमेशा से उन कम्‍पनियों के पक्ष में रहा है जो लगातार विकास करती जाती है या जो कम्‍पनियां बाजार के अपने परिवर्तन को अपनाती है। अगर बाजार के परिवर्तन को नही अपनाया गया तो खुद बाजार ही ऐसी कम्‍पनियों के पक्ष में नही होगा।

ग्राहक- ग्राहक भी अपने जीवन में ऐसे उत्‍पादो का उपयोग करते है जो उपयोग में लाए जाने वाले पहले उत्‍पाद से अधिक विकसित हो। ग्राहक कभी भी ऐसे उत्‍पादो को नही खरीदते है जो उनके वर्तमान उत्‍पाद से कम विकसित हो।

आधुनिकता- विकास की मांग को अपनाना, आधुनिक होने का सही रास्‍ता है। अगर कम्‍पनियों ने इस मांग को नही अपनाया होता तो क्‍या मानव सभ्‍यता इतनी आधुनिक हो पाती?

Uses of Evolution of Business

व्‍यापार के क्षेत्र में evolution of business के कई उपयोग देखे जा सकते है, जैसे-

  1. एक कम्‍पनी के उत्‍पादो को अगर कोई दूसरी कम्‍पनी उपयोग कर रही है, तो वह ऐसे उत्‍पादो का उपयोग करेगी जो बाजार में उपलब्‍ध सभी उत्‍पादो से अधिक विकसित हो और जो उपयोगी हो।
  2. ग्राहक भी ऐसे ही उत्‍पादो का उपयोग करते है जो अधिक विकसित और उपयोगी है। साथ ही वह जिस तरह का उत्‍पाद पहले उपयोग करते थे, उससे अधिक आधुनिक हो।
  3. जहां-जहां व्‍यापार में विकास का महत्‍व है, वहां-वहां पर उसके उपयोग देखे जा सकते है और जहां-जहां पर व्‍यापार में विकास के उपयोग है, वहां-वहां पर उसका महत्‍व है।

लेकिन evolution of business का सबसे महत्‍वपूर्ण और उपयोगी कारण अधिक लाभ कमाना होता है।

व्‍यापार में आप चाहे किसी भी तरह के सिद्धांत को लागू करे या चाहे किसी भी तरह का नया कदम उठाएं, अगर वह लाभ कमा कर नही दे सकता है तो उसका व्‍यापार में कोई सफल उपयोग नही हो सकता है।

कम्‍पनियां होने वाले लाभ के कारण ही बाजार में आती है, वह लाभ के कारण ही ग्राहको को अपने उत्‍पाद बेचती है और इसलिए वह लाभ के कारण ही evolution of business के सिद्धांत को अपनाना चाहेगी।

इस तरह होने वाला लाभ, कम्‍पनी और उसके अनुसार प्रयोग किए जाने वाले evolution of business के सिद्धांत का केन्द्रिय बिन्‍दु है और इस केन्द्रिय बिन्‍दु के अनुसार ही कोई भी कम्‍पनी evolution of business के सिद्धांत को अपनाना चाहेगी।

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Advantages of Evolution of Business

Evolution of business के सिद्धांत को अपनाने से कई तरह के लाभ हो सकते है।

इन लाभो को किसी कम्‍पनी की वर्तमान कमाई के रुप में ना देखकर इन्‍हें भविष्‍य के और दुरगामी लाभो की तरह देखना चाहिए।

व्‍यापार को शुरु करने वालो के लिए, व्‍यापार को संचालित करने वालो के लिए या व्‍यापार शुरु करने की सोचने वालो के लिए evolution of business के सिद्धांत को अपनाने से होने वाले लाभो के कारण वह अधिक उत्‍साही और आत्‍मविश्‍वासी होंगे।

यह लाभ इस प्रकार है-

  1. विकास का सिद्धांत, प्रकृति का नियम और उसकी सच्‍चाई है। तो अगर आप इस नियम के साथ हो, तो आप प्रकृति के साथ हो जो कि सच्‍चाई के पास होना है। आप अपनी कम्‍पनी को अप्राकृतिक या झूठे रास्‍तों से सफल बनाने के लिए कार्य नही करोगे।
  2. इसको अपनाने से आप आत्‍म जागरुक होंगे और साथ ही अपने जीवन के बारे में भी, क्‍योंकि मानव सभ्‍यता की वर्तमान पीढ़ी इसी को अपनाने से वर्तमान तक पहुंची है।
  3. इसको अपनाने से आप अपने व्‍यापारिक लक्ष्‍यों को अधिक स्‍पष्‍टता और आत्‍मविश्‍वास के साथ समझ पाएंगे, उन्‍हें तय कर पाएंगे और उनके लिए कार्य कर पाएंगे।
  4. इसको अपनाने से आप ग्राहको के व्‍यवहार को समझ पाएंगे और उन्‍हें किस तरह का उत्‍पाद चाहिए? इसकी भविष्‍यवाणी करने के बाद उसी विशेषताओं को ध्‍यान में रखते हुए अपना उत्‍पाद बना पाएंगे।
  5. इसको अपनाने से अपना उत्‍पाद बनाने में भी सहायता मिलती है। जैसे कि आपके वर्तमान उत्‍पाद में जो गुण और विशेषताएं है, वह गुण और विशेषताएं भविष्‍य के उत्‍पाद में अधिक विकसित होनी चाहिए। इससे ग्राहक भी संतुष्‍ट रहेंगे।
  6. विकास के सिद्धांत को अपनाने से आप अनुकूलन (adaptation) की ओर जाते है। Business Adaptation: बदलते व्‍यवसायिक परिवेश को कैसे अपनाए?
  7. दुनिया के सफल व्‍यापारी हमेशा ही अपने ज्ञान को बढ़ाने, किताबें पढ़ने और नए कौशल (skill) विकसित करने पर जोर देते आए है। ऐसा कोई सफल व्‍यापारी नही है जिसको व्‍यापार शुरु करने के बाद किसी तरह के ज्ञान लेने या किसी तरह के कौशल विकसित करने के जरुरत ना पड़ी हो। यह आपको अधिक ज्ञान लेने और अधिक कुशल होने के लिए प्रेरित करता है।
  8. अगर आपके कर्मचारियों का ज्ञान या कौशल लगातार विकसित हो रहा है या आप ऐसे कर्मचारियों की नियुक्तियां कर रहे है जिनका ज्ञान और कौशल उस पद के लिए पर्याप्‍त है, तो आपके कम्‍पनी की स्थिति जो वर्तमान में है, भविष्‍य में उससे बेहतर रहेगी।
  9. इसकी आधारशिला लगातार विकसित होना है और यही आधारशिला लगातार बेहतर प्रदर्शन करने की भी होती है। अगर आप इसके साथ है तो आप लगातार ही अपना बेहतर प्रदर्शन करते जाएंगे जो कि व्‍यापार के लिए आवश्‍यक है।
  10. जिस कम्‍पनी ने लगातार और कई सालो से विकास किया हो उसी कम्‍पनी की आज मोनोपोली (monopoly) स्‍थापित हुई है। ऐसा नही हो सकता है कि वह जिस रुप में शुरु हुई थी, आज भी उसी रुप में है। यहां तक पहुंचने के लिए उसने evolution of business को अपनाया है। इसलिए यह बाजार में मोनोपोली स्‍थापित करने में भी सहायता करता है।

How to Evolve Your Business?

Evolution of business के सिद्धांत को अपनाने से होने वाले भविष्‍य के और दूरगामी लाभो को देखते हुए हर व्‍यापारी को evolution of business के सिद्धांत को अपनाना चाहिए।

Evolution of business के सिद्धांत को अपनाने के कई रास्‍ते हो सकते है यह रास्‍ते evolution of business के सिद्धांत को अपनाने के साथ ही कम्‍पनी को सफलता की ओर भी ले जाते है, जो इस प्रकार है-

  1. अपने व्‍यापारिक लक्ष्‍यो के बारे में जाने।
  2. अपने उत्‍पाद की विशेषताओं और गुण के बारे में अधिक से अधिक जागरुक रहे।
  3. अपने ग्राहको से सम्‍बंधित हर तरह के आकड़े को समझे। Customer Relationship Management: CRM की सम्‍पूर्ण जानकारी
  4. भविष्‍य में होने वाले लाभ के प्रति सजग रहे।
  5. व्‍यापार से सम्‍बंधित अधिक से अधिक ज्ञान लेने और अधिक से अधिक कौशल विकसित करने पर ध्‍यान दे।
  6. अपने ज्ञान और कौशल को विकसित करने के साथ ही अपने कर्मचारियों के ज्ञान और कौशल को विकसित करने की योजना बनाएं। इसके लिए आप उनके प्रशिक्षण (training) की व्‍यवस्‍था कर सकते है।
  7. अपने प्रतियोगियों पर ध्‍यान दे। वह किस तरह की तकनीक का उपयोग कर रहे है? या वह कितने विकसित होते जा रहे है? इसका जरुर ध्‍यान रखे।
  8. दूसरी कम्‍पनियां या दुनिया के दूसरे देशों में किस तरह की तकनीक का प्रयोग हो रहा है? इस पर ध्‍यान दे। ऐसा करने से आप अपने देश में अपने प्रतियोगियों से अधिक विकसित तकनीक ला पाएंगे।
  9. जैसे कि- अमेरिकन कम्‍पनियों का विश्‍लेषण करे। उस देश की कम्‍पनियां दुनियाभर में फैली हुई, सबसे अधिक लाभ कमाने वाली, सबसे उन्‍नत तकनीक वाली और सबसे अधिक विकसित होने वाली कम्‍पनियां है। अगर आप अपने व्‍यापार क्षेत्र की किसी अमेरिकन कम्‍पनी के रास्‍ते पर चलते है तो आप अपने देश में अपने प्रतियोगियों से आगे जा सकते हो।
  10. व्‍यापार में विकास का सिद्धांत, व्‍यापार से होने वाले लाभ के आसपास ही घूमता है या इस सिद्धांत को अपनाने का सबसे प्रमुख कारण अधिक लाभ कमाना है। तो, अगर आप इस सिद्धांत को अपनाते है तो अधिक लाभ कमा सकते है।

लेकिन अधिक लाभ कमाने के बाद भी उस लाभ को निरंतर रखने, व्‍यवस्थित रखने या उसे बढ़ाने के लिए भी कई तरह के कार्य करने पड़ते है। जैसे कि- होने वाले लाभ का क्‍या किया जाए? उससे क्‍या खरीदा जाए? कहां निवेश किया जाए? क्‍या अधिक उन्‍नत तकनीक विकसित की जाए? महंगी गाड़ियां, घर खरीदा जाए? या फिर कुछ और किया जाए?

तो, इस तरह होने वाले लाभ पर व्‍यापार की कहानी खत्‍म नही होती, बल्कि एक नई कहानी शुरु होती है।

इसलिए इस सिद्धांत को होने वाले लाभ के बाद भी जारी रखा जा सकता है।

जैसे कि- होने वाले लाभ के अधिक विकास के लिए उसे फिर से निवेश किया जा सकता है, अधिक उन्‍नत तकनीक विकसित की जा सकती है, महंगी गाड़ियां और घर खरीदने की बजाय इस तरह के खर्चे कम भी किए जा सकते है और अपने निजी लाभ को दूसरी कम्‍पनियों में भी निवेश किया जा सकता है।

Conclusion

Evolution of business के सिद्धांत को अपनाना विकसित होने और अपनी कम्‍पनी को विकसित बनाने का सबसे अधिक प्राकृतिक और सही रास्‍ता है।

यह वर्तमान में कम्‍पनी को विकसित बनाए रखने के साथ ही भविष्‍य में होने वाले लाभ में भी अपना योगदान देता है और उस लाभ को प्रबंधित (manage) करने में भी सहायता करता है।

इसलिए नए या पुराने व्‍यापारियों को, स्‍टार्टअप शुरु करने वालो को या कम्‍पनी के संस्‍थापक, सीईओ या उच्‍च अधिकारियों को यह जरुर अपनाना चाहिए।

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