Wisdom of Crowds सिद्धांत के उपयोग से व्‍यापार को सफल बनायें

wisdom of crowds

Introduction

The Wisdom of Crowds: Why the Many Are Smarter Than the Few and How Collective Wisdom Shapes Business, Economies, Societies and Nations

जिसे ‘‘Wisdom of Crowds’’ कहां जाता है। यह पुस्‍तक 2004 में प्रकाशित हुई थी।

इस पुस्‍तक को James Surowiecki ने लिखा है।

Introduction of James Surowiecki

James Surowiecki का पूरा नाम James Michael Surowiecki है।

यह एक पत्रकार (American journalist) है।

इनका जन्‍म 30 अप्रेल 1967 को Meriden, Connecticut में हुआ था, जो United States of America में स्थित है।

इनका लेखन बहुत से प्रकाशनों के द्वारा प्रकाशित हुआ है, जिनमें शामिल है- The New York Times, the Wall Street Journal, The Motley Fool, Foreign Affairs, Artforum, Wired, MIT Technology Review और Slate.

Introduction of The Wisdom of Crowds Book

The Wisdom of Crowds पुस्‍तक में James Surowiecki ने यह समझाया है कि क्यों बहुत से लोग, कुछ लोगों की तुलना में अधिक बुद्धिमान होते हैं और कैसे सामूहिक बुद्धि (Collective Wisdom), व्यवसाय, अर्थव्यवस्था, समाज और राष्ट्र को आकार देती है।

The Wisdom of Crowds पुस्‍तक में बहुत से लोगो की सामूहिक बुद्धि के द्वारा व्‍यवसाय, अर्थव्यवस्था, समाज और राष्ट्र को आकार देने की चर्चा की गई हैं, लेकिन इस लेख में व्‍यवसाय को आकार देने वाली बहुत से लोगो की सामूहिक बुद्धि पर चर्चा करेंगे।

बहुत से लोगो की सामूहिक बुद्धि के द्वारा व्‍यवसाय को आकार देने पर चर्चा करने से पहले इस पुस्‍तक पर संक्षिप्‍त रुप से चर्चा करते हैं और इसके प्रमुख बिन्‍दुओं को समझने का प्रयास करते है।

इसके बाद इसे व्‍यवसायिक दृष्टिकोण से समझना आसान हो जाएगा।

James Surowiecki की The Wisdom of Crowds (2004) इस विचार की समर्थन करती है कि विविधतापूर्ण व्‍यक्तियों के बड़े समूह, कई बार विशेषज्ञों की तुलना में बेहतर निर्णय ले सकते है।

Surowiecki यह तर्क देते है कि सही परिस्थितियों में सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence), सही निर्णय लेने और पूर्वानुमान लगाने की ओर ले जाती है।

इस पुस्‍तक का मुख्‍य विचार यह है कि जब भीड़ (crowd) विविध और उचित रूप से संरचित (structured) होती है, तो वह जानकारी को इस तरह से एकत्रित कर सकती है जिससे किसी एक विशेषज्ञ या छोटी टीम (small team) के द्वारा लिए गए निर्णयों की तुलना में बेहतर निर्णय लिए जा सकें।

The Wisdom of Crowds पुस्तक में सामूहिक बुद्धिमत्ता कैसे काम करती है, यह प्रदर्शित करने के लिए वित्त, राजनीति, विज्ञान और व्यवसाय से उदाहरण लिए गए हैं।

Key Conditions for a Wise Crowd

The Wisdom of Crowds में Surowiecki के अनुसार भीड़ को “बुद्धिमान” होने के लिए चार प्रमुख शर्तों को पूरा करना चाहिए-

  1. Diversity of Opinion (राय की विविधता)

प्रत्येक व्यक्ति के पास अपनी निजी जानकारी या दृष्टिकोण होना चाहिए, भले ही वह सामान्य ज्ञान की व्याख्या ही क्यों न हो।

  1. Independence (स्वतंत्रता)

व्यक्तियों की राय उनके आस-पास के लोगों की राय से निर्धारित नहीं होनी चाहिए।

  1. Decentralization (विकेंद्रीकरण)

लोगों को central authority पर निर्भर रहने के बजाय अपने स्थानीय ज्ञान का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए।

  1. Aggregation (एकत्रीकरण)

व्यक्तिगत राय को एक सामूहिक निर्णय में एकत्रित करने और संश्लेषित (synthesize) करने का एक तरीका होना चाहिए।

जब ये स्थितियां पूरी होती हैं, तो भीड़ चुनाव परिणामों की भविष्यवाणी करने, जटिल समस्याओं को सुलझाने या यहां तक कि व्यावसायिक परिचालनों (business operations) के प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में व्यक्तियों या छोटे विशेषज्ञ समूहों से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।

Applying the Wisdom of Crowds in Business

The Wisdom of Crowds का संक्षिप्‍त परिचय, इसका महत्‍व और key conditions for a wise crowd (भीड़ के बुद्धिमान होने की प्रमुख परिस्थितियां) के बारे में जानने समझने से यह पता चलता है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में बहुत से लोग, कुछ लोगों की तुलना में अधिक बुद्धिमान होते हैं।

इसके कारण सामूहिक बुद्धि (Collective Wisdom), व्यवसाय, अर्थव्यवस्था, समाज और राष्ट्र को आकार देती है।

तो, wisdom of crowds का महत्‍व लगभग हर क्षेत्र में है और किसी एक क्षेत्र की विशेष परिस्थितियों में सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence) का विश्‍लेषण करके उस क्षेत्र के भविष्‍य के बारे में पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।

इस लेख में हम व्‍यवसाय/व्‍यापार को आकार देने वाली बहुत से लोगो की सामूहिक बुद्धि पर चर्चा करने वाले है।

व्‍यापार में अन्‍य किसी भी व्‍यवसाय की तुलना में बहुत अधिक लाभ कमाया जा सकता है और साथ ही व्‍यापार को सफल बनाना भविष्‍य के बारे में पूर्वानुमान लगाने से सम्‍बंधित है।

जैसे-

  • आने वाले समय में किस तरह का व्‍यापार करना सही होगा?
  • बाज़ार में किस तरह का उत्‍पाद लाना सही होगा?
  • ग्राहको की मांग और आवश्‍यकताएं क्‍या है और यह भविष्‍य में क्‍या होगी?
  • किस तरह के फैसले लेकर व्‍यापार में अधिक लाभ कमाया जा सकता है?
  • कमाएं हुए लाभ को कहां निवेश किया जाए कि यह भविष्‍य में अधिक-से-अधिक लाभ कमा कर दे सके?

व्‍यापार को सफल बनाना और अधिक लाभ कमाना, लोगो से सम्‍बंधित है। लोग चाहे वह आपके कर्मचारी हो या फिर आपके ग्राहक हो। या चाहे वह आपके प्रतियोगी ही क्‍यू ना हो?

The Wisdom of Crowds के सिद्धांत के आधार पर अगर आप भीड़ के व्‍यवहार की सही भविष्‍यवाणी कर सकते है और भीड़ के अनुसार अपने व्‍यापार में बदलाव कर सकते है तो आप व्‍यापार से अधिक-से-अधिक लाभ कमा सकते है।

Importance of Employees

व्‍यापार को अगर स्‍टार्टअप या कम्‍पनी कहां जाए तो सभी तरह के स्‍टार्टअप्‍स या कम्‍पनी में अलग-अलग प्रकार के कार्य, प्रक्रियाएं, परियोजनाएं होती है और साथ ही अलग-अलग विभाग कार्यरत होते है, जिनमें कर्मचारी कार्य करते है।

किसी स्‍टार्टअप या कम्‍पनी की सफलता उसके कार्यों, प्रक्रियाओं, परियोजनाओं, विभागों और कर्मचारियों की सफलता पर निर्भर करती है।

एक स्‍टार्टअप या कम्‍पनी को सफल बनाने के लिए उसके हर कार्यों, प्रक्रियाओं, परियोजनाओं और विभागों में सफलता पाना जरुरी है।

ऐसा नही हो सकता है कि कोई स्‍टार्टअप या कम्‍पनी किसी एक कार्य, एक प्रक्रिया, एक परियोजना या एक विभाग में सफलता हासिल करके सफल हो सके।

तो, अगर किसी स्‍टार्टअप या कम्‍पनी को सफल बनाने वाले पहलुओं (कार्य, प्रक्रियाएं, परियोजनाएं, विभाग, कर्मचारी) पर गौर किया जाए तो सभी कार्यों, प्रक्रियाओं, परियोजनाओं और विभागों को कर्मचारी ही प्रबंधित करते है और उन्‍हें सफल बनाते है।

इसलिए मानव संसाधन विभाग को किसी भी कम्‍पनी का सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण विभाग कहा जाता है।

इस प्रकार अपने कर्मचारियों को प्रबंधित करना, कम्‍पनी को सफलता के रास्‍ते पर ले जाता है।

Importance of Customers

अपने कर्मचारियों को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने के अलावा एक और प्रकार के लोग है जो किसी स्‍टार्टअप या कम्‍पनी के सफलता में महत्‍वपूर्ण योगदान देते है और वह है स्‍टार्टअप या कम्‍पनी के ग्राहक।

होने वाले मुनाफे के कारण ही कोई स्‍टार्टअप या कम्‍पनी सफल कहलाती है।

किसी स्‍टार्टअप को निवेशकों की ओर से अधिक निवेश क्‍यू ना मिला हो।

अगर वह वर्तमान में मुनाफा नही कमा रहा है या वह भविष्‍य में मुनाफा नही कमाएगा तो उसे सफल नही कहा जा सकता है।

इस प्रकार किसी कम्‍पनी का बाज़ार मूल्‍य चाहे कितना ही अधिक क्‍यूं ना हो, अगर वह मुनाफा नही कमा पा नही है, तो उसे सफल नही कहा जा सकता है।

इसलिए होने वाला मुनाफा या लाभ ही किसी भी स्‍टार्टअप या कम्‍पनी की सफलता या असफलता को परिभाषित करते है।

होने वाले लाभ के कारण ही एक स्‍टार्टअप या कम्‍पनी को सफल माना जाता है और यह लाभ या मुनाफा, ग्राहको से कमाया जाता है।

ग्राहक जब स्‍टार्टअप या कम्‍पनी के द्वारा बनाए गए उत्‍पाद को खरीदते हैं और भूगतान करते है तो स्‍टार्टअप या कम्‍पनी को लाभ होता हैं। इस लाभ के कारण वह स्‍टार्टअप या कम्‍पनी को सफल बनाने में योगदान देते हैं।

तो, अगर आप ग्राहकों के व्‍यवहार की भविष्‍यवाणी कर पाते है, तो आप अपने स्‍टार्टअप या अपनी कम्‍पनी को सफल बना सकते है।

Businesses Can Harness the Wisdom of Crowds in Several Practical Ways (व्यवसाय कई व्यावहारिक तरीकों से भीड़ की बुद्धि का उपयोग कर सकते हैं)

कर्मचारी और ग्राहक ऐसे दो प्रकार के लोग है, जो किसी भी स्‍टार्टअप, कम्‍पनी या संगठन को सफल बनाते है।

अगर कर्मचारियों और ग्राहकों के व्‍यवहार की भविष्‍यवाणी की जा सकती है और उस भविष्‍यवाणी के आधार पर स्‍टार्टअप या कम्‍पनी में फैसले लिए जा सकते है, तो व्‍यापार में सफलता पाई जा सकती है।

व्‍यापार, स्‍टार्टअप या कम्‍पनी में अलग-अलग प्रकार के कार्य, प्रक्रियाएं, परियोजनाएं होती है और साथ ही अलग-अलग विभाग कार्यरत होते है, जिनमें कर्मचारी कार्य करते है।

यह ग्राहकों की आवश्‍यकता और मांग को ध्‍यान में रखते हुए फैसले लेते है।

इन कार्यों, प्रक्रियाओं, परियोजनाओं, विभागों और कर्मचारियों को एक-एक करके समझते है, जिनमें ग्राहकों के व्‍यवहार की भविष्‍यवाणी करना भी शामिल है और जिनमें the Wisdom of Crowds के सिद्धान्त का उपयोग किया जा सकता है-

Business Idea

बिजनेस आईडिया किसी भी स्‍टार्टअप की नीव होता है, यह व्‍यापार की आधारशिला होता है।

जो भी कम्‍पनियां आज के समय में अस्तित्‍व में है, वह किसी एक इंसान के बिजनेस आईडिया का ही परिणाम है।

बिजनेस आईडिया कम्‍पनी के संस्‍थापक को आता है, इसलिए उसे संस्‍थापक कहां जाता है, क्‍योंकि उसने स्‍टार्टअप की नीव रखी होती है, उसकी आधारशिला रखी होती है।

एक सफल बिजनेस आईडिया लोगो और उनके जीवन से सम्‍बंधित होता है।

संस्‍थापक जिस आईडिया के आधार पर स्‍टार्टअप शुरु करता है, उसके कारण अगर लोग प्रभावित होते है और अपने जीवन को बेहतर बना पाते है तो उस आईडिया को एक सफल बिजनेस आईडिया कहा जा सकता है।

अगर लोग उससे प्रभावित नही होते है और अपने जीवन को बेहतर नही बना पाते है, तो उस आईडिया को एक सफल बिजनेस आईडिया नही कहा जा सकता है और साथ ही ऐसा स्‍टार्टअप भी असफल होगा।

तो, संस्‍थापक के बिजनेस आईडिया की सफलता का आधार लोगो की भीड़ है।

आपका आईडिया जितने अधिक लोगो तक पहुंचगा, वह उतना ही अधिक सफल होगा।

बिजनेस आईडिया में Wisdom of Crowds का उपयोग करने के लिए आपको अधिक-से-अधिक लोगो की सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence) का अनुमान लगाना होगा और उनके अनुसार अपने बिजनेस आईडिया को अमल में लाना होगा।

Product Development

कमाएं जाने वाले लाभ या मुनाफे के कारण कम्‍पनियां सफल होती है और लाभ ग्राहको से कमाया जाता है।

जब लोग किसी उत्‍पाद को खरीदनें के बदले भूगतान करते है, तो वह ग्राहक कहलाते है और उनके कारण उत्‍पाद बनाने या बेचने वाली कम्‍पनी को लाभ होता है।

आप बाज़ार में क्‍या बेच रहे है या क्‍या बेचने की सोच रहे है? यह बहुत ही महत्‍वपूर्ण होता है।

उत्‍पाद के कारण ही सामान्‍य लोग कम्‍पनी के ग्राहको में बदलते है।

एक सफल उत्‍पाद, एक सफल बिजनेस आईडिया की तरह होता है। कम्‍पनी जितने अधिक ग्राहको को अपना उत्‍पाद बेच पाएगी, वह उतना ही अधिक मुनाफा कमा पाएगी।

तो, अगर आप एक सफल उत्‍पाद बनाना चाहते है तो आपको अपने उत्‍पाद को अधिक-से-अधिक लोगो के अनुसार बनाना होगा और अधिक-से-अधिक लोगो के अनुसार उसकी विशेषताएं तय करनी होगी।

साथ ही अपने उत्‍पाद या सेवा को लगातार बेहतर भी बनाना होगा। इसी कारण लगभग सभी कम्‍पनियां customer feedback को महत्‍व देती है और उसे अपनाती है।

उत्‍पाद के निर्माण में Wisdom of Crowds का उपयोग करने के लिए आपको अधिक-से-अधिक लोगो की सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence) का अनुमान लगाना होगा और उनके अनुसार उत्‍पाद का निर्माण करना होगा।

Human Resource Department and Human Resource Management

मानव संसाधन विभाग जिसे Human Resources कहा जाता है, यह कम्‍पनी में कार्य कर रहे लोगो का समूह होता है। जिसमें प्रमुख रुप से उस कम्‍पनी के कर्मचारियों से सम्‍बंधित कार्य किए जाते है।

मानव संसाधन विभाग किसी भी कम्‍पनी का सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण विभाग होता है। जिसमें कर्मचारियों की नियुक्तियां करना, उन्‍हें सही पद देना, पद के अनुसार वेतन देना, उन्‍हें प्रबंधित करना, कम्‍पनी में उनके लिए अनुकूल वातावरण बनाना और उनकी उदोन्‍नति करना शामिल होता है।

Human Resource Management को हिन्‍दी में मानव संसाधन प्रबंधन कहा जाता है। कई बार इसे HR Management भी कहा जाता है।

जब किसी कम्‍पनी में व्‍यवसायिक पदानुक्रम (business hierarchy) के अनुसार मानव संसाधन विभाग (human resource department) का गठन किया जाता है, तो इस महत्‍वपूर्ण विभाग को सफलतापूर्वक संचालित और प्रबंधित करना भी आवश्‍यक होता है।

मानव संसाधन विभाग को सफलतापूर्वक संचालित और प्रबंधित करने के कार्य या प्रक्रिया को ही मानव संसाधन प्रबंधन (human resource management) कहा जाता है।

एक कम्‍पनी की सफलता संस्‍थापक के बिजनेस आईडिया और उत्‍पाद पर निर्भर तो करती है लेकिन यह कम्‍पनी में कार्य कर रहे कर्मचारियों पर भी समान रुप से निर्भर करती है।

क्‍योंकि संस्‍थापक के बिजनेस आईडिया को अमल में लाने के लिए और उत्‍पाद के निर्माण के लिए कर्मचारियों की आवश्‍यकता होती है।

इसलिए सही कर्मचारियों की नियुक्तियां करना, उन्‍हें सही पद देना, पद के अनुसार वेतन देना, उन्‍हें प्रबंधित करना, कम्‍पनी में उनके लिए अनुकूल वातावरण बनाना और उनकी उदोन्‍नति करना जरुरी है।

कर्मचारियों का प्रबंधन करते समय अधिक-से-अधिक कर्मचारियों की सहमति से फैसले लिए जाने चाहिए।

मानव संसाधन विभाग के प्रबंधन में Wisdom of Crowds का उपयोग करने के लिए आपको अधिक-से-अधिक कर्मचारियों की सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence) का अनुमान लगाना होगा और उनके अनुसार नियुक्तियां करना, पद देना, वेतन देना, प्रबंधित करना, अनुकूल वातावरण बनाना और उदोन्‍नति करना निर्धारित करना होगा।

Conclusion

Wisdom of Crowds समाज की सामूहिक बुद्धिमत्ता (collective intelligence) पर आधारित है।

समाज की सामूहिक बुद्धिमत्ता का सही अनुमान लगाने से कई क्षेत्रों में सफलता पाई जा सकती है।

लेकिन सबसे अधिक लाभ व्‍यापार में सामूहिक बुद्धिमत्ता का सही अनुमान लगाने से कमाया जा सकता है।

इसलिए व्‍यापारियों को इसका महत्‍व समझना चाहिए।

Share This Post On

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top