
Introduction
Business mindset पर कई बार चर्चा हुई है।
जो लोग इसके बारे में जानते है, जो इसके महत्व को समझते है, वह सामान्य लोगो तक या व्यापार शुरु करने की चाहत रखने वाले लोगो तक अपनी बात पहुंचाते रहते है।
व्यापार शुरु करना और उसे सफलतापूर्वक संचालित करना व्यापारी की व्यापारिक मानसिकता या business mindset पर निर्भर करता है, इसलिए नए व्यापारी या स्टार्टअप शुरु करने वाले व्यापारी इसके बारे में उत्सुक रहते है और वह इसे समझना चाहते है।
साथ ही वह व्यापारिक मानसिकता को विकसित भी करना चाहते है, जिससे उनकी कम्पनी सफलता तक पहुंच सके और सफलता पर बनी रहे।
इसलिए business mindset को समझना जरुरी भी है और महत्वपूर्ण भी है।
इस लेख में business mindset का महत्व और व्यापार में इसके उपयोग और पर विस्तार से चर्चा की गई है।
The Importance of Business Mindset
व्यापार को सफल बनाने के लिए उससे सम्बंधित कई पहलुओं और विषयों पर चर्चा होती रहती है, जैसे-
- कई लोग किताबें पढ़ने और व्यापारिक कौशल विकसित करने पर ज़ोर देते है।
- सफल व्यापारियों के interviews में वह कई महत्वपूर्ण सलाह देते है।
- व्यापार को सफल बनाने के लिए internet पर बहुत अधिक मात्रा में ज्ञान भी उपलब्ध है।
व्यापार को सफल बनाने से सम्बंधित कई पहलुओं और विषयों में से एक business mindset भी है, इसलिए इसका अपना महत्व है और जिन्हें भी अपने व्यापार को सफल बनाना है, उन्हें business mindset का महत्व समझते हुए इसे जरुर विकसित करना चाहिए।
लेकिन business mindset के महत्व को नए तरीके से समझते है-
Business mindset इसलिए विकसित किया जाता है, क्योंकि यह व्यापार को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
तो, किसी व्यापार या कम्पनी की सफलता की यात्रा पर एक बार सामान्य रुप से गौर करते है-
- किसी भी कम्पनी की शुरुआत संस्थापक पर निर्भर करती है।
- संस्थापक को जो बिजनेस आईडिया महत्वपूर्ण लगता है, वह उस आईडिया के आधार पर स्टार्टअप शुरु करता है।
- स्टार्टअप शुरु करने के लिए वह निवेश की व्यवस्था करता है।
- किए गए निवेश के आधार पर वह अपने उत्पाद का निर्माण करता है।
- स्टार्टअप शुरु करते समय वह कर्मचारियों की नियुक्तियां करता है।
- उत्पाद जैसे ही बाज़ार में उपलब्ध होता है, तो स्टार्टअप लाभ कमाता है।
- कमाए गए लाभ के आधार पर उसे स्टार्टअप को अधिक विकसित करने के लिए निवेश किया जाता है।
- इस बीच उत्पाद में ग्राहको और बाज़ार की आवश्यकता और मांग को ध्यान में रखते हुए बदलाव किए जाते है।
- जैसे-जैसे स्टार्टअप विकसित होता जाता है, वह एक कम्पनी बन जाता है।
- कम्पनी को अधिक बड़ा और विकसित करने के लिए निवेशको से निवेश लाया जाता है।
- कम्पनी के उत्पाद को देश-विदेश तक पहुंचाया जाता है।
- होने वाले लाभ से कम्पनी और संस्थापक दोनो ही सफल कहलाते है।
इन 12 बिन्दुओं को किसी कम्पनी की सफल यात्रा के महत्वपूर्ण स्तर कहा जा सकता है।
किसी कम्पनी को सफल बनाने के लिए जिन स्तरो को पूरा करना जरुरी है, उनकी सफलता व्यापारी की मानसिकता पर निर्भर करती है।
इसलिए business mindset विकसित करना जरुरी है।
इसे business mindset के उपयोग और योगदान से भी समझते है।
Uses and Contribution of Business Mindset
व्यापार में जिसका उपयोग अधिक है और योगदान भी अधिक है, उसका महत्व भी अधिक होगा।
बिजनेस में business mindset के महत्व को उसके उपयोग और योगदान से भी समझा जा सकता है।
Business mindset के उपयोग और योगदान को किसी कम्पनी को सफल बनाने वाले 12 चरणों में उसके उपयोग और योगदान के आधार पर समझा जा सकता है, जो कि इस प्रकार से है-
- एक इंसान अपने जीवन में किस तरह के व्यवसाय (profession) को चुनता है? यह उसकी मानसिकता पर निर्भर करता है। बहुत से लोग अपने जीवन में कला के क्षेत्र को चुनते है और बहुत से लोग नौकरी करना चाहते है। वही बहुत से लोग अपने जीवन में व्यापार के क्षेत्र को चुनते है। यह चुनाव वह मानसिकता के आधार पर करते है।
- लोगो को अपने दैनिक जीवन में कई तरह के आईडियाज आते है, उनमें से कुछ बिजनेस आईडियाज भी होते है, जिनके आधार पर स्टार्टअप शुरु किया जा सकता है। कई बिजनेस आईडियाज में से किसी एक को चुनना और उसके आधार पर स्टार्टअप शुरु करना संस्थापक की मानसिकता पर निर्भर करता है।
- स्टार्टअप शुरु करने के लिए सिर्फ बिजनेस आईडिया पर्याप्त नही होता है, उस आईडिया को अमल में लाने के लिए पर्याप्त मात्रा में निवेश का उपलब्ध होना भी जरुरी होता है। इस निवेश की व्यवस्था करना या अपनी बचत को निवेश के रुप में उपयोग करना संस्थापक की मानसिकता पर निर्भर करता है। निवेश लाने या बचत करने में वह जितना अधिक कुशल होगा, बिजनेस आईडिया को उतनी ही जल्दी अमल में लाया जा सकेगा।
- उत्पाद और कुछ नही बल्कि संस्थापक के आईडिया का ही वास्तविक रुप होता है। संस्थापक का आईडिया जितना अधिक प्रभावी और क्रांतिकारी होगा, उसका उत्पाद भी उतना ही अधिक प्रभावी और क्रांतिकारी होगा। इसलिए प्रभावी और क्रांतिकारी उत्पाद का निर्माण संस्थापक की मानसिकता पर निर्भर करता है।
- स्टार्टअप को एक अकेला इंसान संचालित नही कर सकता है, इसलिए उसे कर्मचारियों की नियुक्तियां करनी पड़ती है। कर्मचारियों की नियुक्तियां करते समय संस्थापक की मानसिकता जैसी होगी, वह वैसे ही कर्मचारियों की नियुक्तियां करेगा।
- उत्पाद का निर्माण और कर्मचारियों की नियुक्तियां करने के बाद अपने उत्पाद को बाज़ार में उतारने की बारी आती है। उत्पाद को बाज़ार में कब लाना है? इसका समय तय करना संस्थापक पर निर्भर करता है और उसकी मानसिकता पर भी। अगर संस्थापक जल्दबाजी में उत्पाद को बाज़ार में लाता है तो इसका नुकसान उसे ही होता है और अगर वह जरुरत से अधिक समय बाद अपने उत्पाद को बाज़ार में लाता है, तब भी इसका नुकसान उसे ही होता है। यह सब उसकी मानसिकता पर निर्भर होता है। Project Management (परियोजना प्रबंधन): Successful Execution
- ऐसे बहुत से उदाहरण देखने को मिलते है, जिसमें नए स्टार्टअप को लाभ होने पर उसके संस्थापक luxury lifestyle को अपना लेते है और जल्द ही दिवालिया हो जाते है। लेकिन ऐसे भी बहुत से उदाहरण देखने को मिलते है, जिसमें नए स्टार्टअप को लाभ होने पर उसके संस्थापक उसे स्टार्टअप को अधिक विकसित बनाने के लिए फिर से निवेश कर देते है। लाभ होने पर luxury lifestyle को अपनाना या लाभ होने पर उसे निवेश कर देना, दोनो तरह के फैसले संस्थापक की मानसिकता पर निर्भर करते है।
- किसी भी कम्पनी का पहला उत्पाद उसका आखरी उत्पाद नही होता है। उत्पाद में ग्राहको और बाज़ार की आवश्यकता और मांग के अनुसार कई बदलाव करने पड़ते है। इन बदलावो का फैसला संस्थापक पर निर्भर करता है। संस्थापक की मानसिकता जैसी होगी, वह ग्राहको और बाज़ार को लेकर जितना अधिक जागरुक होगा, अपने उत्पाद के बदलावो को लेकर भी वह उतना ही अधिक जागरुक होगा।
- स्टार्टअप को विकसित करना कर्मचारियों पर निर्भर करता है, लेकिन स्टार्टअप को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण फैसले लेना संस्थापक पर निर्भर करता है। संस्थापक जिस तरह के फैसले लेता है, उसके कर्मचारी भी उसी दिशा में कार्य करते है। अगर संस्थापक अपने स्टार्टअप को अधिक विकसित करने के फैसले नही लेता है, तो उसका स्टार्टअप कभी भी एक कम्पनी नही बन पाएगा।
- कम्पनी को अधिक विकसित और बड़ा करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। इसका फैसला लेना और निवेशकों से निवेश लाने का समय निर्धारित करना संस्थापक की मानसिकता पर निर्भर करता है। साथ ही निवेशको से कितना निवेश लाया जाए जो पर्याप्त हो? यह भी संस्थापक की मानसिकता पर ही निर्भर करता है।
- बहुत सी कम्पनियां अपने क्षेत्र तक ही सीमित रहती है, बहुत सी कम्पनियां अपने देश तक सीमित रहती है लेकिन बहुत सी कम्पनियां अपने उत्पाद को विदेशों तक पहुंचाती है और अधिक लाभ कमाती है। उत्पाद को दूसरे देशों तक पहुंचाने का फैसला लेना और उसके लिए आवश्यक रणनीतियां बनाना, संस्थापक और उसकी मानसिकता पर निर्भर करता है। संस्थापक की सोच जितनी बड़ी होगी, वह अपने उत्पाद को उतना ही दूर तक ले जाने में विश्वास करेगा।
- एक सफल संस्थापक कहलाने के लिए आपको एक सफल कम्पनी बनाने की आवश्यकता होती है। एक सफल कम्पनी उसे होने वाले अधिक लाभ के कारण सफल कहलाती है। कम्पनी को जितना अधिक लाभ होगा, वह उतनी ही अधिक सफल होगी और उसका संस्थापक भी उतना ही अधिक सफल कहलाएगा। इसलिए एक संस्थापक की सफलता और एक कम्पनी की सफलता एक-दूसरे से सम्बंधित होते है और एक-दूसरे पर निर्भर करते है। एक सफल संस्थापक कहलाने के लिए आपको कम्पनी की सफलता में अपनी सफलता देखने की मानसिकता विकसित करनी होगी।
किसी कम्पनी की सफलता में उपयोग होने वाले और सफलता में योगदान देने वाले यह 12 बिन्दु, कम्पनी को सफल बनाने वाले 12 चरणों पर आधारित है।
इन बिन्दुओं में प्रमुख रुप से किसी कम्पनी के संस्थापक की मानसिकता पर ही चर्चा की गई है, लेकिन इन्हें संस्थापक की मानसिकता से अलग हटकर कम्पनी में कार्य करने वाले कर्मचारियों की मानसिकता से जोड़कर भी समझा जा सकता है।
जिस तरह एक कम्पनी को एक संस्थापक सफल नही बना सकता है, उसी तरह एक कम्पनी को एक संस्थापक का business mindset भी सफल नही बना सकता है।
कम्पनी को सफल बनाने के लिए उसके कर्मचारियों का business mindset भी उपयोगी होता है और कम्पनी की सफलता में एक बहुत बड़ा योगदान देता है।
इसलिए अगर आप व्यापार करना चाहते हो, अगर आपके पास कोई बिजनेस आईडिया है और अगर आपका business mindset विकसित हो चुका है, तो आपको मानव संसाधन (human resources) को समझने की आवश्यकता है, क्योंकि जल्द ही आपको इसकी जरुरत पड़ने वाली है।
नीचे दी गई link के माध्यम से सामने आने वाली human resources category में मानव संसाधन से सम्बंधित पहलुओं और विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है-
Misconceptions about Business Mindset
Business mindset के महत्व, व्यापार में इसके उपयोग और योगदान को देखते हुए लोग अपने व्यापार को सफल बनाने के लिए business mindset के बारे में जानना शुरु कर देते है।
वह business mindset पर किताबें पढ़ते है, सफल व्यापारियों के interviews देखते है और internet पर बिजनेस माइंडसेट को विकसित करने के तरीके जानते है।
आजतक business mindset पर जितने भी तरह का ज्ञान उपलब्ध है, उसमें ज्ञान को दूसरे लोगो तक पहुंचाने वाले निम्न प्रकार के सवालो का जवाब देते हुए दिखाई देते है-
- एक व्यापारी की मानसिकता किस तरह की होनी चाहिए?
- एक व्यापारी को किस तरह से सोचना चाहिए?
- सफल व्यापारियों जैसी मानसिकता कैसे विकसित की जा सकती है?
आपको लोग business mindset पर इस तरह के सवालो का जवाब देते हुए दिखाई देते है।
इन सवालो का जवाब वह निम्न वाक्यों में देते है-
- एक व्यापारी की मानसिकता इस तरह की होनी चाहिए।
- एक व्यापारी को इस तरह से सोचना चाहिए।
- सफल व्यापारियों जैसी मानसिकता विकसित करने के यह तरीके है।
Business mindset से सम्बंधित सवालो का जवाब देने वाले लोगो का मानना है कि business mindset को कुछ ही वाक्यों में परिभाषित किया जा सकता है और इसे कुछ ही तरीको को अपनाकर विकसित किया जा सकता है।
Business mindset पर उपलब्ध ज्ञान सही है या नही इसके लिए हम सफल व्यापारियों की संख्या का विश्लेषण करते है।
वर्तमान में American dollar के मापदण्ड पर आधारिक billionaires की संख्या हजारों में है और millionaires की संख्या करोड़ों में है।
- (आप internet पर “how many billionaires in the world” और “how many millionaires in the world” search करके सही संख्या पता कर सकते है।)
- (यहां exact संख्या इसलिए नही दर्शाई जा रही है क्योंकि यह घटते-बढ़ते रहती है।)
- (इनमें एक संख्या उनकी भी है, जो व्यापार के अलावा किन्ही दूसरे व्यवसायों में है)
इस तरह दुनियां में सफल व्यापारियों/उद्योगपतियों की संख्या करोड़ों में है।
जिनमें निम्न विशेषताएं देखने को मिलती है-
- जिनका व्यक्तित्व (personality) अलग-अलग तरह का है।
- जो अलग-अलग तरह का जीवन जीते है।
- जिनके जीवन के लक्ष्य अलग-अलग है।
- जिनके व्यापारिक लक्ष्य अलग-अलग है।
- जो अलग-अलग प्रकार का उत्पाद बनाते है।
- जिनके ग्राहक अलग-अलग है।
- जो अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अलग-अलग रास्तें अपनाते है।
- जो अलग-अलग व्यापारिक क्षेत्रों से है।
- जिनके बिजनेस आईडियाज अलग-अलग प्रकार के है।
- जिन्होंने अलग-अलग तरह की शिक्षाएं ली है।
- जिनका ज्ञान और कौशल अलग-अलग तरह का है।
- जो अलग-अलग तरह से अपने मानव संसाधन का प्रबंधन करते है।
- जिनका सामाजिक कौशल अलग-अलग तरह का है।
- जिनका धन प्रबंधन अलग-अलग तरह का है।
- जो अपनी संपत्ति को अलग-अलग तरह से प्रबंधित करते है। Mastering Financial Management in 2025: सम्पूर्ण जानकारी
- जिनकी गलतियां अलग-अलग तरह की है।
- जिनके आदर्श (idol) अलग-अलग तरह के है।
अगर business mindset एक ही तरह का होता है, तो इन करोड़ों व्यापारियों/उद्योगपतियों की मानसिकता से सम्बंधित विशेषताएं भी एक ही तरह की होती, जैसे-
- इन सबका व्यक्तित्व (personality) एक ही तरह का होता।
- यह सब एक ही तरह से अपना जीवन जीते।
- इनके जीवन के लक्ष्य एक ही तरह के होते।
- इनके व्यापारिक लक्ष्य एक ही तरह के होते।
- यह सब एक ही तरह का उत्पाद बनाते।
- इनके ग्राहक एक ही तरह के होते।
- यह सब अपने लक्ष्यों का हासिल करने के लिए एक ही तरह का रास्ता अपनातें।
- यह सब एक ही व्यापारिक क्षेत्र से होते।
- इनका बिजनेस आईडिया एक ही तरह का होता।
- यह एक ही तरह की शिक्षा लेते।
- इनका ज्ञान और कौशल एक ही तरह का होता।
- एक सब एक ही तरह से अपने मानव संसाधन का प्रबंधन करते।
- इनका सामाजिक कौशल एक ही तरह का होता।
- इनका धन प्रबंधन एक ही तरह का होता।
- यह अपनी संपत्ति को एक ही तरह से प्रबंधित करते।
- इनकी गलतियां एक ही तरह की होती।
- इनके आदर्श (idol) एक ही तरह के होते।
लेकिन ऐसा नही है।
दुनियां के सभी व्यापारियों/उद्योगपतियों की मानसिकता से सम्बंधित विशेषताएं अलग-अलग तरह और प्रकार की है।
Conclusion
Business mindset से सम्बंधित इस लेख में हमने जाना कि business mindset पर कई बार चर्चा होती रहती है, जो भी इसके बारे में जानते है वह सामान्य लोगो तक किसी-न-किसी माध्यम से अपनी बात पहुंचाते रहते है।
एक सामान्य इंसान या व्यापार शुरु करने वाला इंसान भी business mindset के बारे में उत्सुक रहता है और वह इसके बारे में जानना चाहता है।
हमने business mindset के महत्व को किसी कम्पनी को सफलता तक पहुंचाने वाले चरणों के माध्यम से समझा और इसके उपयोग और योगदान के बारे में जाना।
साथ ही business mindset से सम्बंधित गलतफ़हमियों पर भी चर्चा की और दुनिया के सफल व्यापारियों/उद्योगपतियों की संख्या पर भी गौर किया।
तो, अंत में यह कहा जा सकता है कि business mindset एक ही प्रकार का नही होता है।
दुनिया के सफल व्यापारियों/उद्योगपतियों की मानसिकता एक जैसी नही है, इसलिए तो व्यापारिक दुनिया की सफल कम्पनियों में इतनी विविधता देखने को मिलती है।