Dropout Myth: why we notice dropouts rather than graduates?

Dropout myth को समझना बहुत ही जरुरी हैं, क्‍योंकि college dropouts वाले सफल व्‍यवसायियों की कहानियां सुनकर students अपनी शिक्षा को बीच में ही छोड़ रहे हैं।

तो, आईए इसे समझते हैं-

सफल व्‍यापार के परिणाम बहुत अधिक लाभदायक होते है, इसलिए इसमें लोग अरबपति बन पाते है। अरबपतियों के बारे में बहुत-सी जानकारी उपलब्‍ध है, जिसका विश्‍लेषण किया जा सकता है और एक सामान्‍य इंसान या सामान्‍य व्‍यापारी भी इस जानकारी का विश्‍लेषण करे तो उसे बहुत लाभ हो सकता है।

जैसे कि- अधिकतर अरबपति किस क्षेत्र से है? ये पहले क्‍या करते थे? स्‍टार्टअप शुरु करते समय इनकी उम्र क्‍या थी? इन्‍हें सबसे पहला निवेश कहां से मिला? ये वित्त (finance) के बारे में इतने अधिक जागरुक कैसे है? इनके पास इतना अधिक धन होने के बाद भी ये निवेश क्‍यूं करते रहते है? और इनकी शिक्षा कहां तक हुई है?

Introduction

अरबपतियों के बारे में दुनियाभर में कई स्‍वरुप (pattern) खोजे जाते रहे है, इसमें अधिकतर अरबपतियों के सामान्‍य गुण और विशेषताओं का विश्‍लेषण किया जाता है।

सफल व्‍यापार के परिणाम को ध्‍यान में रखते हुए सामान्‍य इंसान या सामान्‍य व्‍यापारी भी इस बारे में जानना चाहते है।

एक सामान्‍य इंसान, सामान्‍य व्‍यापारी या स्‍टार्टअप शुरु करने वाले इंसान को लगता है कि अरबपतियों के सामान्‍य गुण और विशेषताओं के बारे में पता होने से सफलतापूर्वक व्‍यापार किया जा सकता है और वह भी सफल व्‍यापारी या अरबपति बन सकते है।

अरबपतियों के बारे में जानकारी लेते समय या इनके सामान्‍य गुण और विशेषताओं का विश्‍लेषण करते समय कई प्रकार की जानकारी उपलब्‍ध होती रहती है लेकिन एक जानकारी, गुण या विशेषता जो इनमें देखी जाती है वह है- College/School Dropout लेकर स्‍टार्टअप शुरु करना या व्‍यापार करने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना।

आपने ऐसे कई articles पढ़े होंगे या कई videos देखे होंगे जिनमें College/School Dropout लेकर स्‍टार्टअप शुरु करने या व्‍यापार करने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देने वाले सफल व्‍यापारियों या अरबपतियों के बारे में बताया जाता है।

इस तरह की जानकारी से students, सामान्‍य इंसान, सामान्‍य व्‍यापारी, स्‍टार्टअप शुरु करने वालो या व्‍यापार करने की सोचने वालो में एक विचार आता है कि- क्‍या अरबपति या सफल व्‍यापारी बनने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना चाहिए? क्‍या यह सही फैसला है? क्‍या यह जरुरी है? या क्‍या मुझे भी अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना चाहिए?

dropout myth

Visual Explain

अरबपति या सफल व्‍यापारी बनने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना या फिर अपनी शिक्षा को पूरा करना दो अलग-अलग रास्‍तें है।

आपको दोनो में से किसी एक रास्‍ते को चुनने की स्‍वतंत्रता है।

दोनो में से किसी एक रास्‍ते को चुनने की स्‍वतंत्रता के बीच आपके अंदर शिक्षा को बीच में छोड़ कर अरबपति बने व्‍यापारियों के दृश्य (visuals) भी घुमते रहते है।

दृश्यों (visuals) में एक students, सामान्‍य इंसान, सामान्‍य व्‍यापारी, स्‍टार्टअप शुरु करने वाले या व्‍यापार करने की सोचने वाले अपने-आप की कल्‍पना करते है।

सफल व्‍यापारियों या अरबपतियों के बीच अपने-आप की कल्‍पना या दृश्य (visuals) ही आपको अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ने की प्रेरणा (motivation) दे सकते है।

किसी कल्‍पना के बिना इस तरह की जानकारी सिर्फ एक जानकारी है, तो अगर आप समझना चाहते है कि- अरबपति या सफल व्‍यापारी बनने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना सही है या नही? तो अपनी कल्‍पना से बाहर आईयें।

Importance of This Information

जानकारी तो महत्‍वपूर्ण ही होती है लेकिन अरबपतियों की शिक्षा से सम्‍बंधित जानकारी का अपना एक अलग महत्‍व है।

शिक्षा पूरी करने के रास्‍ते पर हर कोई अपने व्‍यवसाय (profession) के महत्‍वपूर्ण बिन्‍दु पर होता है और ऐसे बिन्‍दु पर किसी दूसरे व्‍यवसाय को चुनने का फैसला लेना जीवन को एक अलग ही दिशा में ले जा सकता है।

इस तरह एक तरह के व्‍यवसाय के पूरा होने या अपनी शिक्षा के पूरे होने से पहले ही किसी दूसरे व्‍यवसाय या व्‍यापार के लिए तैयार होने के फैसले पर फिर से गौर करना चाहिए।

और रही बात सफल व्‍यापार के लिए शिक्षा को बीच में छोड़ने की तो इस पर students, सामान्‍य इंसान, सामान्‍य व्‍यापारी, स्‍टार्टअप शुरु करने वालो या व्‍यापार करने की सोचने वालो को सही जानकारी और साथ ही सही दिशा मिलनी ही चाहिए।

क्‍योंकि यह लोग अपने व्‍यवसाय के उस महत्‍वपूर्ण बिन्‍दु पर है जिसमें से उन्‍हें किसी एक को चुनना है।

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Source of This Kind of Information

अरबपतियों या सफल व्‍यापारियों की शिक्षा से सम्‍बंधित जानकारी सामान्‍य जन तक या आप तक कैसे पहुँचती है?

शिक्षा सम्‍बंधित जानकारी में स्‍वरुप (pattern) खोजना महत्‍वपूर्ण है लेकिन यह भी उतना ही महत्‍वपूर्ण है कि इस तरह की जानकारियों को स्रोत (source) क्‍या है? वह कितना विश्वसनीय है? उसकी जानकारी कितनी सटीक और निष्‍पक्ष होती है।

क्‍या वह कोई motivational speaker है? क्‍या वह किसी तरह की संस्‍था (institution) है? जिसके आकड़े हर साल प्रकाशित होते है। क्‍या वह किसी तरह की research है? क्‍या वह किसी तरह का article है? क्‍या वह किसी तरह का video है?

या फिर वह सिर्फ तुम्‍हारी कल्‍पना है और अरबपति या सफल व्‍यापारी बनने से सम्‍बंधित यह विचार बस तुम्‍हारे ही अंदर से आया है? या फिर तुम अरबपतियों के जीवन से प्रभावित हुए हो?

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Importance of This Kind of Information

अगर किसी इंसान को लगता है कि वह दूसरे लोगो को व्‍यापारिक क्षेत्र के बारे में बहुत कुछ बता सकता है, जिससे दूसरे लोगो को उनके व्‍यापारिक व्‍यवसाय को सफल बनाने में सहायता मिल सकती है तो वह दूसरे लोगो को व्‍यापार के बारे में जागरुक करने के रास्‍ते पर चल सकता है।

अरबपतियों के सामान्‍य गुण और विशेषताओं से लोगो को परिचित कराना भी एक तरह का व्‍यापारिक क्षेत्र बन गया है और इससे होने वाले लाभ को देखते हुए कई नए लोग इस क्षेत्र में आते जा रहे है।

Que.- How to make money?

Ans.- Tell to people- how to make money.

व्‍यापार करने या पैसा कमाने का यह भी एक रास्‍ता या क्षेत्र है कि दूसरे लोगो को व्‍यापार करने या पैसा कमाने के रास्‍ते बताएं जाए।

बहुत से लोग इस क्षेत्र में सही जानकारी देते है, जिन्‍हें उन्‍होंने कई बार जांचा होता है और उनकी सलाह काम भी करती है।

लेकिन दूसरे क्षेत्रो की तरह इस क्षेत्र में भी लोगो से ली जा रही सलाह कई बार काम नही करती है।

इस सबके बीच एक student, सामान्‍य इंसान, सामान्‍य व्‍यापारी, स्‍टार्टअप शुरु करने वालो या व्‍यापार करने की सोचने वालो के लिए यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि क्‍या किया जाए? किस पर भरोसा किया जाए? कौन सही जानकारी दे रहा है? या कौन सिर्फ अपना व्‍यापार चला रहा है?

इसी मुश्किल में हम इस तरह की जानकारी के महत्‍व को भी भूल जाते है।

इस तरह की जानकारी से कोई इंसान अपने किसी एक व्‍यवसाय में जाने का निर्णय लेता है और आगे जाकर यह निर्णय उसके व्‍यवसायिक जीवन की आधारशिला बनता है।

चाहे वह अपनी शिक्षा को पूरा करने का निर्णय ले या फिर व्‍यापार के लिए शिक्षा को छोड़ने का निर्णय ले।

Why We Notice Dropouts Rather Than Graduates?

सफल व्‍यापारियों/अरबपतियों की शिक्षा की बात की जाए तो ऐसे बहुत से व्‍यापारी है जो हाई स्‍कूल पास है और ऐसे भी बहुत से व्‍यापारी है जिन्‍होंने अपनी शिक्षा को बीच में छोड़कर व्‍यापार शुरु किया है और ऐसे भी बहुत से सफल व्‍यापारी है जिनके पास किसी तरह की डिग्री है। ऐसे भी कई व्‍यापारी है जो post graduates है।

लेकिन जहां भी सफल व्‍यापारियों/अरबपतियों की शिक्षा की बात होती है तो अपनी शिक्षा को बीच में छोड़कर कम्‍पनी शुरु करने वालो के बारे में अधिक चर्चा होती है और सामान्‍य लोगो को भी यही आकर्षक लगता है।

ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि मनोवैज्ञानिक, जैविक, सामाजिक और पारंपरिक रुप से हम किसी पद या सफलता को पाने वाले लोगो को कुछ विशेष गुणों, लक्षण, स्‍वभाव या व्‍यक्तित्‍व जैसे पैमानो/पहलुओं से परिभाषित करते है।

हम मानते आए है कि इस-इस तरह के व्‍यवसाय में इस-इस तरह के लोग होते है। कलाकार ऐसे दिखते है, सरकारी नौकरी करने वाले ऐसे होते है, वैज्ञानिक ऐसे लगते है और व्‍यापारी ऐसे रहते है।

इस तरह हम किसी व्‍यवसाय के लायक लगने वाले लोगो की शिक्षा, व्‍यक्तित्‍व, व्‍यवहार या कहा जाए कि लगभग सभी गुणो या स्‍वरुप (pattern) को पहले से परिभाषित करके रखते है, ताकि उस व्‍यवसाय में नए इंसान के आते ही हम उसे जान पाए और उसके बारे में जागरुक रह पाए।

Why We Notice Patterns?

किसी व्‍यवसाय (profession) के लायक लगने वाले लोगो में किसी तरह के स्‍वरुप (pattern) को खोजने का मानवीय व्‍यवहार इसलिए है क्‍योंकि मानव मस्तिष्‍क एक तरह का भविष्‍यवक्‍ता भी है।

यह चेतन अवस्‍था (consciousness) में जानकर और अवचेतन अवस्‍था (unconsciousness) में अनजाने ही कई तरह की भविष्‍यवाणियां करते रहता है।

मानव ने परमाणु के व्‍यवहार से लेकर ब्‍लैक होल (black hole) की संरचना तक की भविष्‍यवाणी की है, वह भी उन्‍हें देखने से पहले।

आज की दुनिया लोगो की भविष्‍यवाणी का परिणाम ही तो है।

वैज्ञानिक किसी तरह की खोज से पहले यही तो करते है, कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करने से पहले उसकी कल्‍पना ही तो करते है।

सफल निवेशक बाज़ार का अंदाजा ही तो लगाते है, व्‍यापारी भविष्‍य को ध्‍यान में रखकर ही तो अपने फैसले लेते है।

Why We Do Predictions?

स्‍वरुप (pattern) को खोजने के मानवीय व्‍यवहार के सवाल का जवाब जानने के साथ ही एक और सवाल आता है कि हम भविष्‍यवाणियां क्‍यूं करते रहते है?

इसका जवाब है कि इससे हमारा आने वाला कल सुरक्षित और बेहतर होता है, इससे रास्‍ते आसान होते है जिससे कि हमारी शक्ति और साधन कम खर्च होते है।

भविष्‍यवाणी करने का यह व्‍यवहार ना सिर्फ घटनाओं के लिए होता है बल्कि यह किसी तरह की जानकारी लेने और आने वाले जानकारी का अंदाजा लगाने के लिए भी होता है।

जैसे- कोई जानकारी लेते समय या किसी किताब को पढ़ते समय ली गई जानकारी में स्‍वरुप (pattern) के आधार पर हम किसी जानकारी के निष्‍कर्ष की कल्‍पना करते है, किसी कहानी के अंत का अंदाजा लगाते है या किसी mystery movie के अंत का अंदाजा लगाने की कोशिश करते है।

Why We Notice Surprises?

जब भी कोई निष्‍कर्ष हमारे द्वारा खोजे गए स्‍वरुप (pattern) से मेल नही करता है तो हमारा ध्‍यान उस पर सबसे पहले जाता है।

किसी जानकारी के चौकाने वाले निष्‍कर्ष हमें भी चौका देते है, किसी कहानी का अनोखा अंत हमें भी आश्‍चर्यचकित कर देता है या किसी mystery movie का end देखने वालो की भविष्‍यवाणी को चुनौती दे देता है।

Demand of Surprises

बाज़ार और लोगो की मांग भी ऐसी ही होती है। वह जानकारी सबसे अधिक लोगो तक पहुंचती है जिसका निष्‍कर्ष लोगो को चौका दे, वह कहानी सबसे अधिक बिकती है जिसका अनोखा अंत होता है और ऐसी mystery movie की कमाई बहुत होती है जिसका end देखने वालो की भविष्‍यवाणी को चुनौती दे देता है।

Surprising Educational Qualifications of Billionaires

अरबपतियों की चौकाने वाली शैक्षिक योग्‍यताओं से सम्‍बंधित इस लेख के अंत से पहले अब तक के महत्‍वपूर्ण बिन्‍दुओं को फिर से गौर करते है-

  1. सफल व्‍यापार के परिणाम बहुत अधिक लाभदायक होते है, इसलिए इसमें लोग अरबपति बन पाते है।
  2. अरबपतियों के बारे में दुनियाभर में कई स्‍वरुप (pattern) खोजे जाते रहे है।
  3. इसमें अधिकतर अरबपतियों के सामान्‍य गुण और विशेषताओं का विश्‍लेषण किया जाता है।
  4. एक सामान्‍य इंसान को लगता है कि अरबपतियों के सामान्‍य गुण और विशेषताओं के बारे में पता होने से सफलतापूर्वक व्‍यापार किया जा सकता है और वह भी सफल व्‍यापारी या अरबपति बन सकता है।
  5. अरबपतियों के बारे में जानकारी लेते समय या इनके सामान्‍य गुण और विशेषताओं का विश्‍लेषण करते समय कई प्रकार की जानकारी उपलब्‍ध होती रहती है लेकिन एक जानकारी, गुण या विशेषता जो इनमें देखी जाती है वह है- College/School Dropout लेकर स्‍टार्टअप शुरु करना या व्‍यापार करने के लिए अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ देना।
  6. सफल व्‍यापारियों/अरबपतियों की शिक्षा की बात की जाए तो ऐसे बहुत से व्‍यापारी है जो हाई स्‍कूल पास है और ऐसे भी बहुत से व्‍यापारी है जिन्‍होंने अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ व्‍यापार शुरु किया है और ऐसे भी बहुत से सफल व्‍यापारी है जिनके पास किसी तरह की डिग्री है। ऐसे भी कई व्‍यापारी है जो post graduates है।
  7. लेकिन फिर भी हमारा ध्‍यान अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ने वालो की तरफ इसलिए होता है क्‍योंकि मनोवैज्ञानिक, जैविक, सामाजिक और पारंपरिक रुप से हम किसी पद या सफलता को पाने वाले लोगो को कुछ विशेष गुणों, लक्षण, स्‍वभाव या व्‍यक्तित्‍व जैसे पैमानो/पहलुओं से परिभाषित करते है।
  8. हम किसी व्‍यवसाय के लायक लगने वाले लोगो की शिक्षा, व्‍यक्तित्‍व, व्‍यवहार या कहा जाए कि लगभग सभी गुणो या स्‍वरुप (pattern) को पहले से परिभाषित करके रखते है, ताकि उस व्‍यवसाय में नए इंसान के आते ही हम उसे जान पाए और उसके बारे में जागरुक रह पाए।
  9. किसी व्‍यवसाय (profession) के लायक लगने वाले लोगो में किसी तरह के स्‍वरुप (pattern) को खोजने का मानवीय व्‍यवहार इसलिए है क्‍योंकि मानव मस्तिष्‍क एक तरह का भविष्‍यवक्‍ता भी है।
  10. हम भविष्‍यवाणियां इसलिए करते है क्‍योंकि इससे हमारा आने वाला कल सुरक्षित और बेहतर होता है, इससे रास्‍ते आसान होते है जिससे कि हमारी शक्ति और साधन कम खर्च होते है।
  11. भविष्‍यवाणी करने का यह व्‍यवहार ना सिर्फ घटनाओं के लिए होता है बल्कि यह किसी तरह की जानकारी लेने और आने वाले जानकारी का अंदाजा लगाने के लिए भी होता है।
  12. जब भी कोई निष्‍कर्ष हमारे द्वारा खोजे गए स्‍वरुप (pattern) से मेल नही करता है तो हमारा ध्‍यान उस पर सबसे पहले जाता है।

Conclusion

सफेद कागज़ पर बनाए गए काले बिन्‍दु पर ध्‍यान सबसे पहले जाता है या ब्‍लैक बोर्ड पर बनाए गए सफेद बिन्‍दु पर ध्‍यान सबसे पहले जाता है।

किसी इंसान में कई बुराईयों के बाद भी उसकी एक अच्‍छाई पर ध्‍यान जाना और किसी इंसान में कई अच्‍छाईयों के बाद भी उसकी एक बुराई पर ध्‍यान जाना काले और सफेद के इसी उदाहरण का उदाहरण है।

यही सब अपनी शिक्षा को बीच में छोड़कर सफलता पाने वालो के लिए भी होता है।

शिक्षा को हमेशा से सफलता तक पहुंचने का रास्‍ता माना गया है, लेकिन जब कोई इसके बीना सफलता पाता है तो समाज का ध्‍यान उस पर सबसे पहले जाता है, ऐसे लोग समाज को अधिक आकर्षित लगते है, वह इनके बारे में जानना चाहता है, इसलिए ऐसे लोगो पर अधिक चर्चा होती है। उनके बारे में लेख लिखे जाते है।

तो, हमने जाना कि हमारा ध्‍यान अपनी शिक्षा को पूरी करने वाले सफल व्‍यापारियों/अरबपतियों की तुलना में उन पर क्‍यूं होता है? जिन्‍होंने अपनी शिक्षा को बीच में ही छोड़ दिया हो।

लेकिन अगर कोई student है और उसके पास कोई बिजनेस आईडिया है, तो उसे क्‍या करना चाहिए? नीचे दी गई link के माध्‍यम से जाने-

College Dropout for Startup Right or Wrong for Your Future?

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